हाथरस डेस्क/ उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सादाबाद थाना क्षेत्र के गांव मिढ़ावली के पास यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक बार फिर ऱफ्तार का कहर देखने को मिला। स्कोडा और सफारी कार की टक्कर में चार लोगों की मौत व 6 लोग गंभीर घायल हो गए। मृतकों में सफारी कार में सवार सीबीएसई नई दिल्ली में ज्वाइंट कमिश्नर रमाशंकर के परिवार के तीन सदस्य और एक उद्योगपति शामिल हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली से आ रही कार में पीछे से सफारी गाड़ी ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद सफारी गाड़ी उल्टी दिशा में जाकर एक अन्य गाड़ी से जा टकराई। दिल्ली जा रही गाड़ी यूपी 83 एक्यू 7257 से टकराकर पलट गई। सफारी और स्कोडा गाड़ी में सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में अन्य 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों की चीखपुकार सुनकर एक्सप्रेस-वे से गुजर रहे वाहन मदद के लिए रुक गए। राहगीरों ने दुर्घटनाग्रस्त वाहनों से घायलों को निकाला और एक्सीडेंट की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची एम्बुलेंस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं मृतकों के शव पोस्टमार्टम में रखवाए गए हैं। यमुना एक्सप्रेस-वे गाड़ियों की भिड़ंत में हुई इस दुर्घटना में इलाहबाद जोन के सीबीएससी बोर्ड के ज्वॉइंट डायरेक्टर डॉ.रामशंकर यादव के बेटे प्रशांत, प्रभांश और उनकी बेटी प्राचिता की मौके पर मौत हो गई, वहीं इस दुर्घटना में फिरोजाबाद शहर के एक उद्योगपति बॉबी की भी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया।
इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों को लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लेकर आ रही यमुना एक्सप्रेस-वे की एम्बुलेंस थाना चंदपा के निकट मितई गांव के पास अचानक खराब हो गई, जिसके बाद दूसरा वाहन मंगाया गया| सवाल उठता है कि क्या ऐसे एम्बुलेंस-कंडम वाहन के सहारे यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी लोगों को सुरक्षित और तत्काल इमरजेंसी सुविधा देने के दावे करती है।