लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश की रायबरेली जिला जेल में बंद कैदियों द्वारा शराब की मस्ती में रंगदारी मांगे जाने का वीडियो वायरल होने के मामले में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए जेल अधीक्षक, कारापाल व उपकारापाल सहित छह जेलकर्मियों को सोमवार को निलंबित कर दिया गया।
यह जानकारी जिलाधिकारी ने दी। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया कि सोशल मीडिया में पांच-छह दिन से एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें जेल में बंद कुछ अपराधियों को शराब की मस्ती में एक व्यक्ति को फोन पर धमका कर रंगदारी मांगते देखा-सुना जा रहा है। यह वीडियो 19 नवंबर के पहले का है और यह मामला जेल की बैरक संख्या-10 में बंद अपराधियों से जुड़ा है।”
उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो की जांच के लिए कारागार विभाग के अपर महानिदेशक (एडीजी) चंद्रप्रकाश को जांच सौंपी गई है। इस वायरल वीडियो को गंभीरता से लेते हुए शासन स्तर से जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला, कारापाल गोविंदराम वर्मा, उपकारापाल रामचंद्र तिवारी, हेड जेल वार्डन लालता प्रसाद उपाध्याय, जेल वार्डन गंगाराम व शिवमंगल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होने की सूचना पर उन्होंने रविवार की शाम खुद पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह के साथ अचानक जेल पहुंचकर दोबारा तलाशी अभियान शुरू किया था। इससे पहले 21 नवंबर को ली गई तलाशी में चार मोबाइल फोन और एक सिम कार्ड के अलावा अन्य कई प्रतिबंधित चीजें बरामद हुई थीं।”
जिलाधिकारी खत्री ने बताया कि वीडियो में दिखाई दे रहे कैदियों- निखिल सोनकर को सुल्तानपुर, अजीत को बाराबंकी, दलसिंगार सिंह को फतेहपुर और अंशु को प्रतापगढ़ स्थानांतरित कर दिया गया है। साथ ही सभी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।