नई दिल्ली डेस्क/ जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिले में नौशेरा सेक्टर के पास आईईडी बम डिफ्यूज करते वक्त शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट को देहरादून में अंतिम विदाई दी गई। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान शहीद चित्रेश अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगते रहे। मेजर चित्रेश की 7 मार्च को शादी होने वाली थी। परिवार शादी की तैयारियों में लगा हुआ था तभी शहादत की खबर आई।
मेजर चित्रांश को शादी के लिए 28 फरवरी को घर आना था। उन्होंने मां से कहा था कि नई साड़ी लाऊंगा, उसी को शादी में पहनना। यह इच्छा भी अब कभी पूरी नहीं हो पाएगी। नौसेरा सेक्टर में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट को उनके दोस्त और भाई टाइगर कह कर बुलाते थे। बताते हैं कि शहीद बहुत बहादुर और निडर थे। सोमवार को सैन्य अस्पताल से उनकी पार्थिव देह को घर ले जाया गया, जिसके बाद मेजर चित्रेश बिष्ट के माता-पिता हाथ में बेटे की शादी का कार्ड लेकर रो रहे थे। शहीद के नेहरू कॉलोनी आवास पर पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों भारी हुजूम उमड़ पड़ा।