नई दिल्ली डेस्क/ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएल एंड एफएस के पूर्व चेयरमैन और निदेशकों के खिलाफ धनशोधन के मामलों में मामला दर्ज कर बुधवार को इस संबंध में विभिन्न शहरों में छह स्थानों पर छापा मारकर छह लाख रुपये की विदेशी मुद्रा जब्त की। अधिकारियों ने बताया कि कंपनी को 91,000 करोड़ रुपये के ऋण देनदारी का सामना करना पड़ रहा है।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने मुंबई, दिल्ली और गुरुग्राम में इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएल एंड एफएस) लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन रवि पार्थसारथी, आईएल एंड एफएस समूह की सहायक कंपनियों के वीसी और प्रबंध निदेशक हरि शंकरन, रमेश बावा और कंपनी के कुछ अन्य पूर्व निदेशकों के आवासीय परिसरों पर छापा मारा।
एजेंसी ने छह लाख रुपये की विदेशी मुद्रा जब्त करने के अलावा संपत्ति संबंधी कुछ दस्तावेज भी जब्त किए। हालांकि ईडी अधिकारी ने यह जानकारी देने से मना कर दिया कि किसके आवास से विदेशी मुद्रा जब्त हुई है। कंपनी के मुंबई स्थित कार्यालय में भी जांच चल रही है।
एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि ईडी ने आईएल एंड एफएस समूह और उसकी प्रबंधन कमेटी के खिलाफ 2010-2018 में कथित धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया है।
ईडी की यह कार्रवाई नई दिल्ली स्थित एन्सो इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक आशीष बेगवानी द्वारा दिल्ली पुलिस के आर्थिक अपराध इकाई में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में आपराधिक षड्यंत्र और जालसाजी का मामला दर्ज करने के बाद हुई है। इसी साल इससे पहले सीरियस फ्रॉड इंवेस्टीगेशन ऑफिस (एसएफआईओ) की एक अंतरिम रिपोर्ट में भी उल्लेख किया गया था कि आईएल एंड एफएस के शीर्ष कार्यकारियों ने निजी लाभ के लिए कर्मचारी कल्याण संघ का उपयोग किया।