नई दिल्ली डेस्क/ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक मजबूत संकेत देते हुए ‘हुवावे’ चीनी समूह के संस्थापक और सीईओ रेन झेंगफेई ने कहा है कि कंपनी के खिलाफ अमेरिकी अभियान इतना पर्याप्त और शक्तिशाली नहीं कि दूसरे देश भी अमेरिका का अनुसरण करेंगे।
अमेरिका अपने यूरोपीय सहयोगियों से दबाव बनाकर हुवावे पर रोक लगाने का आग्रह कर रहा है। 5जी प्रौद्योगिकी में 118 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से 2018 के लगभग 52.80 करोड़ डॉलर से बढ़कर 2022 में 26 अरब डॉलर होने की संभावना है।
लिहाजा 5जी के क्षेत्र में चीनी प्रभुत्व को रोकने के लिए ट्रंप ने अमेरिका में चीनी टेलीकॉम दिग्गज हुवावे पर नए प्रतिबंध लगाए। इसके बाद से ही गूगल, क्वालकॉम और इंटेल जैसे कई अमेरिकी टेक दिग्गजों ने हुवावे के साथ व्यापार संबंधों में कटौती करने की घोषणा की है।
चीनी मीडिया के साथ एक लंबी चर्चा में, झेंगफेई ने इस बात से इनकार किया कि अमेरिका द्वारा उसके उत्पादों और आपूर्ति पर लगाए गए प्रतिबंध 5जी तकनीक के लांच को प्रभावित करेंगे। हुवावे के सीईओ ने मीडिया से कहा, “मैं 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर दोपहर में चाय पी रहा था। जब मुझसे पूछा गया कि मैंने बाकी दुनिया के साथ कैसे प्रतिस्पर्धा करना सीखा, और मेरा जवाब था दोपहर की चाय।”
झेंगफेई ने कहा, “इसलिए, उन्होंने मुझे दोपहर की चाय डाउनिंग स्ट्रीट पर दिलवाई। हम विभिन्न देशों के नेताओं के साथ संवाद कर रहे हैं। हर देश के अपने हित हैं। अमेरिका का अभियान इतना शक्तिशाली नहीं होगा कि वह हर किसी को उनका अनुसरण करने के लिए बुला सके।”
चूंकि टेक दिग्गजों ने दुनिया की सबसे बड़ी अनुबंध चिपसेट निर्माता ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी हुवावे (टीएसएमसी) के साथ अपने संबंधों में कटौती की है, कंपनी ने कहा कि वह टेक्नोलॉजीज के लिए महत्वपूर्ण अर्धचालक प्रदान करना जारी रखेगी।
झेंगफेई ने कहा, “जिन क्षेत्रों में हमारे पास सबसे उन्नत प्रौद्योगिकियां हैं (कम से कम 5 जी क्षेत्र में) वहां बहुत अधिक प्रभाव नहीं होगा। इतना ही नहीं, हमारे प्रतियोगी दो-तीन वर्षो के भीतर हमारा मुकाबला नहीं कर पाएंगे।”