लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी (एसपी) के मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारे हिंदू समाज में साधु-संतों को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में एक महीना से ज्यादा समय से दिनरात चल रहे महिलाओं के धरने पर तंज कसते हुए कहा था कि पुरुष रजाई ओढ़कर घर में सो रहे हैं और महिलाएं चौराहे पर धरना दे रही हैं।
अखिलेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि झांसी की रानी लक्ष्मीबाई भी आत्मसम्मान के लिए मैदान में कूदी थीं। ये महिलाएं भी संविधान के सम्मान के लिए आंदोलन कर रही हैं। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा, ‘लोकतंत्र में किसी राजनेता की ऐसी भाषा नहीं होती, जैसी ये लोग बोल रहे हैं। हमारे हिंदू समाज में साधु-संतों और योगी का सम्मान होता है। उनकी ऐसी भाषा नहीं होती। मुख्यमंत्री को इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा का बजट सत्र खत्म होने पर वह छिबरामऊ जाएंगे। वहां हुए बस हादसे में मरने वालों के घरवालों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 20-20 हजार रुपये देंगे। एसपी प्रमुख ने कहा, ‘मैं शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, हाईवे, हर जनसमस्या पर बहस करने को तैयार हूं।’ छिबरामऊ बस हादसे पर उन्होंने कहा कि यह कितनी शर्म की बात है कि मरने वालों की संख्या तक नहीं बताई गई। अखिलेश ने कहा कि किसानों की जो समस्याएं हैं, वे एकजुट होकर उनसे मिलें। उनकी समस्याओं को वह लोकसभा में उठाएंगे। इसके बाद अखिलेश करगिल शहीद राकेश की प्रतिमा का अनावरण करने फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद भी गए।