लखनऊ डेस्क/ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा और कहा कि हम कांग्रेस और गहलोत को सबक सीखाएंगे। बसपा मुखिया ने प्रेस वार्ता के माध्यम से कहा कि राजस्थान में हमने चुनाव के बाद कांग्रेस को बिना शर्त अपने छह विधायकों का समर्थन दिया। दुर्भाग्यवश मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुरी नीयत से और बसपा को खतरा पहुंचाने के लिए हमारे विधायकों का कांग्रेस में विलय करा लिया। उन्होंने ऐसा ही पिछले शासनकाल में भी किया था।
बसपा पहले भी अदालत जा सकती थी लेकिन हम कांग्रेस और अशोक गहलोत को सबक सिखाना चाहते थे। अब हमने अदालत जाने का फैसला किया है। हम इस मामले को नहीं छोड़ेंगे। हम जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे। हम इस मामले को ऐसे नहीं छोड़ने वाले हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमने सभी 6 विधायकों (जिन्होंने बसपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा है) उनसे कहा है कि वे विधानसभा में विश्वासमत के दौरान कांग्रेस सरकार के खिलाफ मत करें। ऐसा न करने पर उनकी सदस्यता रद्द की जाएगी। बसपा कांग्रेस और गहलोत सरकार को पहले भी पाठ पढ़ा सकती थी, लेकिन हम समय का इन्तजार कर रहे थे। अब हमने कोर्ट जाने का निर्णय लिया है। हम सुप्रीम कोर्ट जाने का निर्णय लिया है।
मायावती ने कहा कि हमने किसी पार्टी के विधायक को नहीं तोड़ा। हमने गलत नहीं किया। दूसरे पर ऊंगली उठाने से पहले अपने को देखना चाहिए। राजस्थान के अलावा वह यूपी सरकार पर भी बरसीं। मायावती ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था बदतर हालात में है। प्रदेश को अपराधी चला रहे हैं। अगर सरकार हालात सुधारना चाहती है तो यूपी के मुख्यमंत्री को बिना किसी संकोच के बसपा से सीखना चाहिए। मैंने यूपी में चार बार शासन किया, जिस दौरान कानून व्यवस्था की हालत स्थिर रही।