हैदराबाद डेस्क/ नेहरू जूलॉजिकल पार्क (एनजेडपी) में आठ एशियाई शेरों में कोविड-19 के लक्षण पाए गए हैं। देश भर में वायरस के मानव से जानवरों में संचरण का यह पहला मामला बताया जा रहा है। शेरों में कोविड लक्षण पाए जाने के बाद सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) में परीक्षण के लिए उनके नमूने भेजे गए हैं।
सीसीएमबी वैज्ञानिकों ने कथित तौर पर नमूनों को पॉजिटिव पाया है, इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। चिड़ियाघर के अधिकारियों ने कहा कि वे सीसीएमबी की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने गौर किया कि चार मादाओं सहित आठ शेरों को नाक से पानी निकलने, खांसी और भूख कम जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद इन शेरों के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया।
नेहरू जूलॉजिकल पार्क एशिया के प्रमुख चिड़ियाघरों में से एक है और यहां 40 एकड़ की सफारी में 12 शेर हैं। अन्य जानवरों में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अधिकारी कई उपाय कर रहे हैं। चिड़ियाघर को दो दिन पहले बंद कर दिया गया था, जब केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने मनुष्यों से जानवरों तक वायरस के संचरण की जांच करने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में सभी राष्ट्रीय उद्यानों, अभयारण्यों और बाघ भंडार को बंद करने का फैसला किया था।
पिछले साल अप्रैल में न्यूयॉर्क के एक चिड़ियाघर में एक बाघ की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एनजेडपी ने एक चेतावनी दी थी।पिछले साल मार्च में महामारी के प्रकोप के बाद से अधिकारी कई निवारक रोगनिरोधी उपाय करने में जुटे हैं। महामारी के कारण लगभग सात महीने तक बंद रहने के बाद चिड़ियाघर पिछले साल अक्टूबर में फिर से खोला गया था। 300 एकड़ में फैला, एनजेडपी लगभग 181 देशी और विदेशी प्रजातियों का घर है, जिसमें 1,716 पशु, पक्षी और सरीसृप शामिल हैं।