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बर्खास्त होने के बाद राजभर ने कहा- ‘फैसले का स्वागत’, अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे

बर्खास्त होने के बाद राजभर ने कहा- ‘फैसले का स्वागत’, अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे

लखनऊ डेस्क/ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को मंत्रीमंडल से बर्खास्त होने के बाद योगी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम उनके फैसले का स्वागत करते हैं। हम अपने अधिकार के लिए लड़ते रहेंगे।

उन्होंने कहा, “पिछड़ों को छात्रवृत्ति देने के लिए उनके पास पैसा नहीं है। अगर हक की लड़ाई लड़ना गुनाह है तो मैं गुनाहगार हूं। एक मंत्री अपने क्षेत्र में 100 मीटर की सड़क नहीं बनावा सकता तो भला ऐसी सरकार को क्या कहें। इसीलिए ऐसी सरकार में रहना ठीक नहीं है। हम सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं। भाजपा को मेरी वजह से चुनाव में बहुत नुकसान हुआ है।”

राजभर ने कहा, “यह गरीबों की आवाज उठाने की सजा मिली है। अगर हक मांगना बगावत है तो समझो हम बागी हैं। सरकार के पास शराब बंदी के लिए फुरसत नहीं है।”

गौरतलब है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया है। वह पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री के पद पर थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सोमवार को सुबह ही राज्यपाल राम नाईक से उन्हें हटाने की सिफारिश की थी जिस पर राज्यपाल ने सहमति दे दी।

इसके अलावा राजभर की पार्टी के अन्य सदस्यों को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है, जो विभिन्न निगमों और परिषदों में अध्यक्ष व सदस्य हैं। राजभर ने पहले भी इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया था। गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर और भाजपा के बीच कई मुद्दों को लेकर मतभेद चल रहे थे।

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