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अरुणांचल में फिर से कांग्रेस की सरकार, पेमा खांडू हो सकते है नए सीएम

ईटानगर डेस्क/  सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस फिर से सत्ता में आ तो रही है, लेकिन इसबार मुख्यमंत्री नबाम तुकी नहीं होंगे। तुकी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं दोपहर में कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बहुमत साबित करनी होगी। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस तुकी को दुबारा से सीएम बनाने के पक्ष में नहीं है। कयास लगाया जा रहा है कि पेमा खांडू को नया सीएम बनाया जाएगा।

इस बीच सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिलने के बाद अरुणाचल प्रदेश के कांग्रेस नेतृत्व की आज असली परीक्षा है। 60 सदस्यों की विधानसभा में तुकी को अपना बहुमत साबित करना है। राज्यपाल तथागत रॉय से मिलकर तुकी ने दस दिनों का वक्त मांगा था, लेकिन राज्यपाल ने आज यानि 16 जुलाई को ही बहुमत साबित करने को कह दिया है।

राजभवन से इतना कम वक्त मिलने पर विधानसभा अध्यक्ष के साथ वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी भी आपत्ति जता रहे हैं। हालांकि, अरुणाचल प्रदेश में आज होने वाले बहुमत परीक्षण से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पडी रिचो ने बीजेपी को सबक सिखाने की हुंकार भर दी है। राज्यपाल तथागत रॉय को शक है कि विधानसभा में तुकी सरकार के पास बहुमत नहीं है। तुकी का दावा है कि बहुमत अब भी कांग्रेस के पास है। नबाम तुकी का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने 15 दिसंबर 2015 वाली स्थिति बहाल कर दी है। जिसके चलते पार्टी छोड़कर जाने वाले विधायक भी अब फिर से कांग्रेस विधायक दल का हिस्सा बन गए हैं। 15 दिसंबर 2015 को अरुणाचल में कांग्रेस के 42 विधायक थे।

वहीं बीजेपी का कहना है कि अरुणाचल में अब कोई कांग्रेस विधायक दल बचा ही नहीं है। सिर्फ 15 विधायकों का एक गुट है, जो तुकी सरकार को बचा नहीं सकता। अरुणाचल प्रदेश में अभी पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश यानी पीपीए के पास 30, कांग्रेस के पास 15 और बीजेपी के पास 11 विधायक हैं। सदन में दो विधायक निर्दलीय हैं, जबकि दो सीटें खाली हैं।बहरहाल, संख्या बल तुकी के पक्ष में कतई नजर नहीं आ रहा है क्योंकि निवर्तमान मुख्यमंत्री कालिखो पुल ने 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 11 और दो निर्दलीय विधायकों सहित 43 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। पुल ‘पीपुल्स पार्टी आफ अरूणाचल’ (पीपीए) के प्रमुख हैं जिसमें कांग्रेस के बागी भी शामिल हैं।

तुकी ने कांग्रेस के बागी विधायकों से पार्टी में वापस लौटने की अपील की है। इस बीच प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं। राज्यपाल ने उससे विधानसभा, महत्वपूर्ण मार्ग, निजी आवासों और सभी पक्षों की अन्य संपत्तियों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है।

 

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