श्रीनगर डेस्क/ जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता अली शाह गिलानी ने ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (जी) से इस्तीफा दे दिया है। एक ऑडियो मैसेज में उन्होंने कहा, ‘‘हुरियत कान्फ्रेंस के मौजूदा हालात को देखते हुए मैंने इसके सभी स्वरूपों से अलग होने का फैसला किया है। इसके बारे में हुर्रियत के सारे लोगों को विस्तार से चिट्ठी लिखकर सूचना दे दी गई है।’’ 90 साल के गिलानी पार्टी के आजीवन चेयरमैन थे।
गिलानी मतभेदों की वजह से 2003 में हुर्रियत से अलग हो गए थे। उन्होंने नया गुट ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (जी) या तहरीक-ए-हुर्रियत बना लिया था। दूसरे गुट ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के मुखिया मीरवाइज उमर फारूक हैं। गिलानी वाले गुट को कट्टरपंथी और मीरवाइज वाले गुट को उदारवादी माना जाता है।
गिलानी की सेहत पिछले कुछ महीनों से ठीक नहीं चल रही। कहा जाता है कि उन्हें हार्ट, किडनी और लंग्स में दिक्कत है। फरवरी में उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। कई बार उनकी तबीयत को लेकर अफवाहें भी उड़ाई गई थीं।