लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सपा के वरिष्ठ नेताओं के प्रति विद्वेषपूर्ण प्रचार कर उनकी छवि बिगाड़ने में लगी है। उन्होंने कहा कि राजनीति में धर्मनिरपेक्ष छवि, कुंभ जैसे महापर्व का कुशल संचालन तथा जौहर विश्वविद्यालय जैसी संस्था की स्थापना से चिढ़े हुए भाजपा नेता आजम खां को बदनाम करने और राजनीतिक उत्पीड़न करने की साजिश रच रहे हैं।
अखिलेश ने कहा, ‘समाजवादी सरकार में आजम खां को कुंभ के आयोजन की जिम्मेदारी दी गई थी और उन्होंने आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराया। इसकी प्रशंसा विदेशों तक में हुई। कुंभ पर्व पर उन्होंने जनता को तमाम सुविधाएं दी थी। धर्मनिरपेक्षता का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है?’
सपा प्रमुख ने अपने बयान में कहा कि समाजवादी पार्टी की मांग है कि आजम खां की जिंदगी को खतरा देखते हुए उन्हें पर्याप्त सुरक्षा दी जाए, बदले की भावना से उनके खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर रद्द की जाए, सपा नेताओं के विरुद्ध राजनीति से प्रेरित सभी फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं। समाजवादी नेतृत्व को बदनाम करने की कोशिशों को समाजवादी पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी।
अखिलेश ने कहा कि मी टू की आड़ में एक अभिनेत्री की ओर से धमकी भरी बात करना पूर्णतया आपत्तिजनक और अनर्गल है। आजम खां जैसे व्यक्ति के बारे में कोई गलत बात सोच भी नहीं सकता। उन्हें जेल भेजने की धमकी दी जा रही है। आजम खां ने कभी नफरत की राजनीति नहीं की है, ऐसी भाजपा को ही शोभा देती है।
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा की तमाम साजिशों का मुकाबला करने में सपा सक्षम है। जनता सपा के साथ है। भाजपा के कुत्सित इरादों का सपा पुरजोर विरोध करती है। भाजपा से जनता का विश्वास टूट चुका है। उसकी साजिशों का दिन-प्रतिदिन पदार्फाश हो रहा है। अखिलेश ने कहा, ‘भाजपा के झूठे वादों पर कोई भरोसा नहीं कर रहा है। जनता आक्रोशित है। लोकतंत्र को कमजोर करने की भाजपा की कोशिशें कभी भी सफल नही हो सकती। जनता भाजपा के कारनामों का सख्त जवाब देगी।’