भोपाल डेस्क/ देश के सबसे साफ सुथरे शहर के तौर पहचाने जाने वाले इंदौर के हिस्से में एक और बड़ी उपलब्धि आई है। इंदौर को देश का पहला वॉटर प्लस शहर घोषित किया गया है। इंदौर ने स्वच्छता में चार बार से देश में नंबर एक होने का तमगा हासिल किया है। भारत सरकार द्वारा बुधवार को जारी परिणामों में इंदौर को देश का प्रथम वॉटर प्लस शहर घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस उपलब्धि के लिए इंदौर नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ही नागरिकों को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा है कि सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा प्राप्त करने के बाद अब इंदौर देश का पहला वॉटर प्लस सिटी बन गया है। यह इतिहास रचने के लिए सभी इंदौरवासियों को बधाई दी और कहा, आप पर, आपकी कार्यशैली और आपके अनुशासन पर पूरे प्रदेश को गर्व है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने भी इंदौर की इस उपलब्धि पर इंदौरवासियों केा बधाई देते हुए कहा, स्वच्छता में देश में निरंतर चार बार नंबर वन, प्रदेश का इंदौर शहर वॉटर प्लस सर्टिफिकेट पाने वाला देश का पहला शहर बना। शहरवासियों को इस उपलब्धि के लिए बहुत-बहुत बधाई।
उल्लेखनीय है कि वॉटर प्लस की चयन प्रक्रिया में देश के 84 शहरों ने आवेदन किए थे, जिसमें से सिर्फ 33 शहरों को जमीनी सत्यापन के लिए उचित पाया गया था। जमीनी सत्यापन में इंदौर शहरवासियों की मेहनत ने एक बार फिर इतिहास रचा है। स्वच्छता भारत मिशन शहरी के अंतर्गत देश के शहरों का विभिन्न स्वच्छता मानकों के आधार पर परीक्षण किया जाता है। इसमें ओडीएफ प्लस, ओडीएफ डबल प्लस और वॉटर प्लस की श्रेणियां हैं। वॉटर प्लस का प्रमाणपत्र उन शहरों को दिया जाता है, जिन्होंने ओडीएफ डबल प्लस के सभी मानकों को पूर्ण किया हो। साथ ही आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले अवशिष्ठ मल-जल को उपचार के बाद ही पर्यावरण में छोड़ा जाता हो। ट्रीटेड वेस्ट-वॉटर का पुन: उपयोग भी सुनिश्चित किया जाता हो।