लखनऊ डेस्क/ एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब केवल मुस्लिम और यादव का फैक्टर नहीं चलेगा। यहां पर विकास की राजनीति होगी। असदुद्दीन ओवैसी बहराइच जाने से पहले गुरुवार को पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सियासत सिर्फ मुस्लिम-यादव फैक्टर के इर्द-गिर्द नहीं घूमेगी। इसमें सबकी भागीदारी जरूरी होगी। उन्होंने कहा कि यूपी में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के अलावा संकल्प भागीदारी मोर्चा एक विकल्प बनकर उभरेगा। कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर चुनावों के बाद तय करेंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब अभी शादी नहीं हुई तो बच्चे का नाम क्या रखेंगे इस पर कुछ नहीं कह सकते।
यूपी की राजनीति में भाजपा की टीम भी कहे जाने पर ओवैसी ने कहा कि भाजपा शायद यह भूल रही है कि लोगों की मौत को जनता भूलेगी नहीं। उन्होंने कहा कि राजनीति अब चलेगी विकास की। इंसानों की जान बचाने। सब जानते हैं किसकी वजह से गंगा में लाशें बह रही हैं। किसकी वजह से बच्चे यतीम हुए हैं। भाजपा यह समझती कि कोविड से कारण जिसके परिवार में मौत हुई, क्या वह भूल जाएंगे 4 लाख से ज्यादा लोग मरे हैं। यह योगी सरकार फेल है। सात माह में 3 प्रतिशत लोगों को डबल डोज लगा है। 30 प्रतिशत जनता को वैक्सीन का केवल एक डोज लगा है। वैक्सीनेशन का नम्बर घट गया है। इसका जिम्मेदार कौन है। इसकी बात होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारा ग्राफ पिछले विधानसभा चुनावों में बढ़ा है। हम बिहार में हम 20 सीटों पर चुनाव लड़े और 5 सीटें जीते, यह हमारी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि केवल मुसलमान-यादव गठबंधन से यूपी की सियासत नहीं चलेगी।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए वाले बयान पर ओवैसी ने कहा कि कब तक हम अपने आप को इंडियन और मुसलमान बताते फिरेंगे। कांग्रेस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक मजबूत विकल्प भागीदारी मोर्चा यूपी में बनेगा। उन्होंने पूछा कि आज अगर मुस्लिम माइनॉरिटी का एजुकेशन कम है तो इसका जिम्मेदार कौन है? रोजगार कम क्यों है? इसका जिम्मेदार ओवैसी है क्या?
ओमप्रकाश राजभर ने कहा की भागीदारी संकल्प मोर्चा के पास अभी 10 दल के लोग हैं, हमारी सोच साफ है कि जनता को उनके अधिकार दिलाना है। सीटों के बंटवारे पर चल रही खबरों का खंडन करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मोर्चा में अभी सीटों के बंटवारे पर कुछ भी तय नहीं हुआ है। अभी 100 या 50 सीट जैसा कुछ नहीं है. हम सीटों के बंटवारे पर फाइनलाइजेशन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम लोगों के घरेलू बिजली को माफ करेंगे। इसके अलावा सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करने के साथ ही गरीबों को मुफ्त इलाज दिए जाने पर भी हमारा मोर्चा काम करेगा।