जम्मू डेस्क/ जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत और पाकिस्तान बातचीत के जरिए कश्मीर मुद्दे को सुलझाएं, ताकि इलाके में आतंकवाद खत्म हो। कश्मीर घाटी में पैदा हुई अशांति के बाद पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बात कही है। विपक्षी दलों की एक बैठक में अब्दुल्ला ने कहा कि दोनों देशों को बैठना चाहिए और कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए। आतंकवाद को खत्म करने का यही एकमात्र हल है, वर्ना यह बढ़ता जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम सभी आगे की तरफ देख रहे हैं और पीछे नहीं देख रहे कि क्या घटित हुआ है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा शांति के पक्ष में रहे हैं। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि आठ जुलाई को आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में पैदा हुई आशांति को लेकर वह चिंतित हैं, जिसमें 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हो गए।
विपक्षी दलों की बैठक में कश्मीर के हालात और राज्य और केंद्र सरकार के निपटने के तरीके पर चर्चा की गई। अब्दुल्ला ने कहा कि वक्त की मांग है कि कश्मीर के झगड़े का ‘एक समाधान खोजा’ जाए।