स्पोर्ट्स डेस्क/ पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि कप्तान विराट कोहली का टेस्ट प्रारुप को महत्व देना भारतीय टीम के लिए बहुत अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि खेल के इस परंपरागत प्रारुप में टीम उत्कृष्ता हासिल करना चाहती है। द्रविड़ ने संजय मांजरेकर के साथ ईएसपीएन क्रिकइंफो द्वारा आयोजित वीडियोकॉस्ट में अपने क्रिकेट के दिनों, रक्षात्मक बल्लेबाजी के भविष्य और एक टेस्ट बल्लेबाज के रूप में चेतेश्वर पुजारा की योग्यता पर बात की।
मौजूदा समय में टी 20 प्रारुप में बल्लेबाजों द्वारा दबाव का सामना किए जाने और और इस दबाव का टेस्ट मैच से तुलना किए जाने पर द्रविड़ ने कहा, अगर आप किसी विशेष क्षण के तनाव के स्तर या दबाव के बारे में बात करना चाहते हैं, तो हां यह टी 20 प्रारूप में बहुत अधिक है। वहां तक पहुंचने और पहले ही गेंद से छक्के मारने के लिए अभ्यास और कौशल की आवश्यकता होती है।
उन्होंने कहा, लेकिन अगर आप दबाव के बारे में बात कर रहे हैं, तो तथ्य यह है कि आपको टेस्ट मैच पांच दिनों के लिए खेलना है। मुझे लगता है कि दबाव है। उस से दूर नहीं भाग सकते। किसी भी अन्य प्रारूप में आप ऐसा कर सकते हैं। लेकिन एक टेस्ट मैच में आप बाहर जाते हैं और बल्लेबाजी करते हैं, फिर आप टीम के बल्लेबाजी को देखते हैं, फिर आप विपक्षी बल्लेबाज को देखते हैं और आपके पास सोचने के लिए बहुत समय है।
उन्होंने कहा, टी 20 प्रारूप में आप अपने कमजोर पक्षों के साथ जी सकते हो लेकिन अगर आपकी कमजोरी साफ नजर आ रही हो तो आप टेस्ट क्रिकेट में नहीं बने रह सकते। टी 20 क्रिकेट में आपकी कोई विशेष भूमिका होती है और अगर आप उसमें खरे उतरते हो तो आप सफल हो सकते हो।