कानपुर डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को कानपुर में मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेश्येलिटी ब्लॉक के शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा, “जिस तरह देश की सीमा पर मौजूद जवान हमारी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेता है, ठीक वैसे ही चिकित्सकों को हर मरीज को ठीक करने का जिम्मा लेना होगा। वह अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं लखनऊ से बैठकर यह सुनता हूं कि कानपुर में डॉक्टरों ने तीमारदारों के साथ मार-पीट की है तो बहुत कष्ट होता है। मैं डॉक्टरों के इस रवैये की निंदा करता हूं।” उन्होंने कहा कि अक्सर डॉक्टर शहर की ओर भागने में लगे रहते हैं। जबकि भारत सरकार ग्रामीण इलाकों में भी डॉक्टरों के लिए उचित सुविधाएं उपलब्घ कराने के प्रयास में रहती है। फिर भी ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर एक महीने जाते हैं और दो महीने की छुट्टी लेकर बैठ जाते हैं।
योगी ने यह भी माना कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों की कमी है। जो चिकित्सक वहां तैनात किए जाते हैं वो रुकना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है, बस उस पैसे का सही से उपयोग होना चाहिए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश में 15 नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। इसके साथ ही गोरखपुर और रायबरेली में एम्स की ओपीडी की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मेरठ, प्रयागराज व झांसी में सुपर स्पेश्येलिटी ब्लॉक बनकर तैयार हैं।