लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार और संघ पर निशान साधा है। मायावती ने कहा कि देश में हर तरफ बेचैनी और अफरा-तफरी के साथ-साथ अशांति और अराजकता का माहौल है। सभी देशवासियों को ‘हिन्दू’ के बजाए ‘भारतीय’ मानने की नीयत व नीति से ही देश का असली भला हो सकता है।
नए साल की पूर्व संध्या पर मायावती को जारी किए गए बयान में मायावती ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश में लगभग 130 करोड़ आम जनता को सही संवैधानिक आधार पर भारतीय मानने की बजाए हिन्दू मानने की संघ और भाजपा सरकार की संकीर्ण एवं सांप्रदायिक मानसिकता का ही परिणाम है कि संविधान की मूल मानवतावादी भावना हर जगह नष्ट होती दिखाई दे रही है।
मायावती ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एनआरसी और सीएए के विरोध में युवा वर्ग सड़कों पर उतरा है। इससे भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार की नींद उड़ी हुई है। इसीलिए इसको विफल करने की नीति के कारण भाजपा शासित राज्यों में हिंसा देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाने और सरकार के दमनकारी रवैये को देखते हुए बसपा ने यूपी की तमाम हिंसक घटनाओं की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराने की मांग की है।