लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार ने लोक कल्याणकारी बजट पेश किया है। सरकार का फोकस प्रदेश के हर कोने के विकास का है। कहा कि यह बजट प्रदेश के विकास की संभावनाओं को नई उड़ान देने वाला है।
मुख्यमंत्री योगी सोमवार को विधानसभा में बजट प्रस्तुत होने के बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के साथ मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम हर घर को बिजली के साथ हर गांव को सड़क तथा गांव में हर घर में पेयजल की व्यवस्था पर फोकस करने के साथ शहरों को भी स्मार्ट बनाने के लिए काफी प्रयासरत हैं।
इस बजट में प्रदेश के किसान, युवा तथा महिला सभी को प्राथमिकता है। हम विकास का संकल्प लेकर हम आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि यह बजट हर गांव को सड़क, हर खेत को पानी और हर हाथ को काम देने वाला है। इससे प्रदेश के सभी वर्गों का उत्थान होगा। कहा कि यह बजट प्रदेश के विकास की संभावनाओं को नई उड़ान देने वाला है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बजट में युवाओं व किसानों का खास ध्यान रखा गया है। युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने के लिए अभ्युदय कोचिंग योजना की शुरुआत की गई है। वहीं, जिन मंडलों में राज्य विश्वविद्यालय नहीं हैं वहां राज्य विश्वविद्यालय खोले जाएंगे।
उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में आबकारी विभाग से 41500 करोड़ रुपये के राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा आज प्रदेश सरकार ने 2021-2022 का कुल बजट 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ का पेश किया। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2020-21 में बजट 5.12 लाख करोड़ रुपये का था। इस तरह बीते वर्ष की अपेक्षा इस वित्तीय वर्ष का बजट 38 हजार करोड़ रुपया ज्यादा का है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हमारी कैबिनेट मीटिंग भी ई कैबिनेट हो गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए वित्त मंत्री और उनके विभाग को मेरा धन्यवाद। उन्होंने कहा कि हम विकास का संकल्प लेकर आगे बढ़े। यह बजट प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
योगी ने कहा कि चौमुखी विकास हो रहा है। ईज ऑफ डूइंग बुसिनेस में आज उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। प्रदेश में लगातार निवेश आ रहा है। प्रदेश में डेटा सेंटर पर भी काफी काम हो रहा है। इसके साथ हम लखनऊ में प्रदेश का पहला फोरेंसिक सेंटर बनाने जा रहे हैं।