गोरखपुर डेस्क/ भर्ती प्रक्रिया को लेकर शनिवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने गोरखनाथ मंदिर पहुंचे बीपीएड डिग्री धारकों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। विरोध करने पर कई युवक हिरासत में लिए गए। तय समय के बाद पहुंचे डिग्री धारकों की पुलिस अधिकारियों से तीखी नोकझोंक के बाद लाठी चलीं। युवक मुख्यमंत्री से मिलने की गुहार कर रहे थे और पुलिस वाले उन्हें गालियां दे रहे थे।
सपा सरकार में सूबे में 32,022 पदों पर खेल अनुदेशकों की भर्ती शुरू हुई थी। तय प्रक्रिया के तहत चार अप्रैल 2017 को काउंसिलंग होनी थी, लेकिन सूबे की सरकार बदली और सत्ता में भाजपा आ गई। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई। तब से आज तक खेल अनुदेशकों की नियुक्ति बहाल नहीं हुई है। सरकार की मंशा जानने व नौकरी की मांग को लेकर शनिवार की सुबह बीपीएड डिग्री धारक मुख्यमंत्री से मुलाकात करना चाह रहे थे, लेकिन वह तय समय पर नहीं पहुंच पाए।
इस पर पुलिस ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने से इंकार कर दिया। लोगों ने इसका विरोध किया और नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने बल प्रयोग करके लोगों को खदेड़कर मंदिर परिसर से बाहर किया। पुलिस ने कई डिग्री धारकों को हिरासत में लिया है। बीपीएड डिग्री धारकों का कहना है कि सरकारों की आपसी टकराहट के चलते पढ़े लिखे युवाओं का भविष्य चौपट हो रहा है। अर्हता होने के बाद भी युवाओं के पास रोजगार नहीं है। हजारों परिवारों की रोजी रोटी पर संकट आ गया है। लेकिन पुलिस विभाग ने जबरन यहां से हटा दिया और मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया।