लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि वह राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के लिए फार्म नहीं भरेंगे। उन्होंने अपनी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी एनपीआर का बहिष्कार करने को कहा। उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “भाजपा तय नहीं करेगी कि मैं भारतीय हूं या नहीं। हम रोजगार चाहते हैं, एनपीआर नहीं।” हाल में राज्य में हुए सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) विरोधी प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि पुलिस फायरिंग में लोगों के मारे जाने के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा, “हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्यों नहीं दी जा रही है? सरकार नहीं चाहती कि सच्चाई लोगों तक पहुंचे, क्योंकि वह जनता में बढ़ते गुस्से से आशंकित है। मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए अन्याय कर रहे हैं। यहां तक उनके विधायक उनके खिलाफ हैं।” समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बुरी दशा में है, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि जब सपा सत्ता में आएगी तो सीएए प्रदर्शन के पीड़ितों की मदद करेगी। उन्होंने कहा, “जिन अधिकारियों ने लोगों पर अत्याचार किए हैं और जिनके वीडियो फूटेज उपलब्ध हैं। जब हम सत्ता में आएंगे तो उन्हें जांच का सामना करना होगा। हम विरोध प्रदर्शनों की न्यायिक जांच की मांग करते हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके।” अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी के बाद से हालिया प्रदर्शनों के दौरान इंटरनेट पर सबसे लंबी रोक लगी है।