अयोध्या डेस्क/ अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद (अहिप) के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट से राजनीतिज्ञों को दूर रखा जाना चाहिए। तोगड़िया मंगलवार को अयोध्या में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 450 वर्षो के संघर्ष के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनने जा रहा है। इसका श्रेय 100 करोड़ हिंदुओं के त्याग और बलिदान को जाता है। मंदिर निर्माण के लिए संतों ने संघर्ष किया और आंदोलन का नेतृत्व किया। अब जब मंदिर निर्माण होने वाला है तो जरूरी है कि इसके लिए बनने वाले ट्रस्ट से राजनीतिज्ञों को दूर रखा जाए।
तोगड़िया ने कहा कि जिस प्रकार सोमनाथ मंदिर के सामने सरदार बल्लभ भाई पटेल व हमीर सिंह गोहिल का स्मारक है, उसी तरह अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में परमहंस, अवैद्यनाथ, अशोक सिंघल व बलिदानी कार सेवकों का स्मारक दिखाई देनी चाहिए, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालु उनका आशीर्वाद ले सकें। मुस्लिमों को पांच एकड़ जमीन दिए जाने के सवाल पर तोगड़िया ने कहा, “हमारी पहले से ही मांग रही है कि अयोध्या की सीमा में मस्जिद स्वीकार नहीं होगी।
बाबर के नाम पर तो पूरे भारत में नहीं होगी।” उन्होंने कहा कि मंदिर ट्रस्ट में शामिल होने में उनकी रुचि नहीं है। अहिप प्रमुख ने कहा, “पाकिस्तान में 70 साल से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। अत्याचार से हिंदू भारत में शरणार्थी बने। जागो हिंदुओ! नहीं तो भारत अरबिस्तान हो जाएगा। लेकिन लोकतंत्र में सबको समर्थन और विरोध का अधिकार है।