भोपाल डेस्क/ मध्य प्रदेश के सीधी जिले में यात्रियों से भरी बस अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी और गहरे पानी में समा गई, इस हादसे के शिकार बने अब तक 37 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनो को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
बताया गया है कि सीधी से सतना की ओर जा रही बस में लगभग 52 यात्री सवार थे, तभी बस रामपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह लगभग साढ़े सात बजे बाण सागर बांध की नहर में अनियंत्रित होने के बाद जा गिरी। नहर में पानी बहुत अधिक होने के कारण बस पूरी तरह पानी में डूब गई। सात यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। वहीं बाण सागर की ओर से आने वाले पानी को रोके जाने के बाद जल स्तर कम हुआ, तब बस तक राहत और बचाव दल के सदस्य पहुंच पाए।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि अब तक 37 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं सात लोगों ने तैरकर अपनी जान बचाई। इस हादसे की मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मरने वालों में ज्यादातर युवा बताए जा रहे हैं, क्योंकि यह एक परीक्षा देने जा रहे थे।
वहीं मुख्यमंत्री ने दो मंत्रियों तुलसीराम सिलावट व रामखेलावन पटेल को सीधी भेजा है। चौहान ने इस हादसे के मद्देनजर राज्य में एक लाख परिवार के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत होने वाले गृह प्रवेषम कार्यक्रम को निरस्त कर दिया गया। कैबिनेट को भी स्थगित कर दिया गया। इसके अलावा अन्य कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने सीधी जिले में सारदा पाटन गांव के पास नहर में बस गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, यह घटना मेरे लिए अत्यंत दुखद है। मन बहुत व्यथित और दुखी है। सात व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है। राहत कार्य लगातार जारी है। शव नहर से निकाले जा रहे हैं।