लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 500 से अधिक नये मामले सामने आये तथा एक संक्रमित की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 संक्रमण बढ़ने की स्थिति में होली सहित अन्य पर्व व पंचायत चुनाव के दृष्टिगत प्रदेश में विशेष सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश दिये हैं। सोमवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 542 नये संक्रमित मिले जबकि इसी अवधि में 177 मरीजों को उपचार के बाद घर भेजा गया। राज्य में अब तक 5,95,920 संक्रमितों को उपचार के बाद घर भेजा जा चुका है। पिछले 24 घंटे में एक मरीज की मौत हो गई जबकि अब तक राज्य में कोरोना वायरस संक्रमित 8,760 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस समय राज्य में 3,396 उपचाराधीन मरीज हैं और कुल संक्रमितों की संख्या 6,08,076 पहुंच गई है। रविवार को राज्य में 1.35 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की गई जबकि अब तक 3.37 करोड़ से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली सहित अन्य पर्वों व त्योहारों, पंचायत चुनाव तथा देश के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ने मामलों की स्थिति के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश में विशेष सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव व उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करते हुए संक्रमण की स्थिति को रोकने के सभी उपाय सुनिश्चित किए जाएं। आज यहां जारी सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के सम्बन्ध में उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर तथा शहरों में वॉर्ड स्तर पर नोडल अधिकारी या कर्मचारी की तैनाती के निर्देश दिए। यह नोडल अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि उनके क्षेत्र में अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की जांच की जाए। संदिग्ध पाए जाने पर पृथक-वास की व्यवस्था और आरटीपीसीआर जांच कराते हुए कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में एक-एक ”डेडीकेटेड” कोविड-19 हॉस्पिटल की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय एवं निजी विद्यालयों में 24 से 31 मार्च तक होली अवकाश रहेगा। इनके अलावा, शेष शिक्षण संस्थानों में जहां पर परीक्षाएं आयोजित नहीं हो रही हैं, यह अवकाश 25 से 31 मार्च, 2021 तक होगा। जिन शिक्षण संस्थानों में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, उन्हें पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूर्णतः पालन करते हुए परीक्षा सम्पन्न करानी होगी। टीकाकरण का कार्य पूरी प्रतिबद्धता के साथ किये जाने का निर्देश देते हुए योगी ने कहा कि प्रशिक्षण संस्थानों आदि में बाहरी आवागमन पर नियंत्रण हो और जेलों में कोविड-19 के दृष्टिगत पर्याप्त सुरक्षा प्रबन्ध रहें। बंदियों की पेशी के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस का माध्यम अपनाया जाए।