बिजनौर डेस्क/ उत्तर प्रदेश के निर्दलीय विधायक अमन मणि त्रिपाठी को सोमवार को बिजनौर जिले में लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें मंगलवार को बिजनौर की एक अदालत ने जमानत दे दी। अदालत ने उनके साथ गिरफ्तार किए गए उनके सात सहयोगियों को भी जमानत दे दी। उन सभी को 30 दिनों के भीतर 20,000 रुपये के निजी बॉन्ड प्रस्तुत करने की आवश्यकता होगी।
अदालत की सुनवाई के दौरान, न्यायाधीश ने विधायक से कहा कि आपसे विधायक के तौर पर इस तरह से गैरजिम्मेदाराना व्यवहार करने की उम्मीद नहीं थी। विधायक ने कहा कि गलतफहमी के कारण उनसे गलती हो गई। हालांकि, अदालत से जमानत मिलने के बावजूद त्रिपाठी और उनके साथी घर नहीं जा पाएंगे। नजीबाबाद के सर्कल ऑफिसर प्रवीण कुमार के मुताबिक, उन्हें नजीबाबाद में क्वारंटाइन किया जाएगा और उनके सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।
महराजगंज जिले के नौतनवा के निर्दलीय विधायक त्रिपाठी को पहले उत्तराखंड पुलिस ने बिना पास के यात्रा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह अपनी पत्नी सारा सिंह की हत्या के मामले में सीबीआई जांच का भी सामना कर रहे हैं।