नई दिल्ली डेस्क/ केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को एक मार्च से कोविड-19 महामारी के खिलाफ टीकाकरण के तीसरे चरण की घोषणा करते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद जावड़ेकर ने 16 जनवरी को भारत में शुरू होने वाले दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण को शुरू करने की घोषणा की।
जावड़ेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि 60 साल से ऊपर के लोगों और 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को एक मार्च से 10 हजार सरकारी केंद्रों और 20 हजार से अधिक निजी टीकाकरण केंद्रों पर टीका लगाया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि वैक्सीन सरकारी केंद्रों पर मुफ्त दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि निजी केंद्र टीकाकरण के लिए शुल्क लेंगे और इसके लिए दर अगले तीन या चार दिनों में तय की जाएगी।
हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था।
भारत के ड्रग रेगुलेटर ने 3 जनवरी को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड कोविड-19 वैक्सीन कोविशिल्ड, और भारत बायोटेक के स्वदेशी रूप से विकसित कोवैक्सिन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी थी।
पिछले एक सप्ताह में कोविड मामलों में बढ़ोत्तरी की खबरों के बीच 11 लाख से अधिक लोगों को कोविड के टीके लगाए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बुधवार को पिछले 24 घंटों में 13,742 नए मामले सामने आए। कोविड के कुल मामलों की संख्या 1,10,30,176 हो गई है। पिछले 24 घंटे में बीमारी के कारण 104 मौतें हुईं। इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 1,56,567 तक पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि नागरिकों के टीकाकरण की खातिर शुल्क तय करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, टीका निमार्ताओं और निजी अस्पतालों के साथ बातचीत कर रहा है। देश भर में अब तक 1.14 करोड़ लोगों को कोविड का टीका लगाया जा चुका है।