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रायबरेली में बीजेपी ने खेला एम्स कार्ड, सोनिया के गढ़ में सेंध

रायबरेली में बीजेपी ने खेला एम्स कार्ड, सोनिया के गढ़ में सेंध

रायबरेली डेस्क/ लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में एम्स कार्ड खेल दिया है। रायबरेली में एम्स इसी साल जुलाई में शुरू हो जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने कार्यालय में रायबरेली एम्स का प्रजेंटेशन देखने के बाद ओपीडी शुरू करने का आदेश दिया है। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि वे रायबरेली एम्स के निर्माण में तेजी लाएं, ताकि समय से ओपीडी शुरू हो। इसके अलावा सितंबर-2019 से यहां पढ़ाई भी शुरू होगी। रायबरेली एम्स की ओपीडी शुरू होने से पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। अब उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

केंद्रिय स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने हमसे खास बातचीत में कहा कि यूपी की जनता को सीएम योगी ने बड़ी सौगात दी है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जो काम सोनिया और राहुल गांधी को करना चाहिए था वो योगी ने कर दिखाया। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के लालगंज इलाके में एम्स का निर्माण कार्य चल रहा है। 2013 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रायबरेली में एम्स का शिलान्यास किया था। 2010 में बसपा सरकार के कार्यकाल में रायबरेली में एम्स के लिए तत्कालीन सीएम मायावती ने जमीन मुहैया नहीं कराई थी, लेकिन जब अखिलेश यादव की सरकार बनी तो 2012 में रायबरेली में राज्य सरकार ने एम्स के लिए जमीन मुहैया कराई।

गौरतलब है कि रायबरेली में 97 एकड़ में एम्स बनकर तैयार हो रहा है। इसकी लागत लगभग 823 करोड़ है। प्रजेंटेशन में सीएम को बताया गया कि पहले चरण में आवास, हॉस्टल और ओपीडी का काफी काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में 600 बेड के अस्पताल के साथ 100 सीटों वाले एकेडमिक ब्लॉक के लिए टेंडर की कार्रवाई चल रही है। अप्रैल से काम शुरू होने और मार्च-2020 इसके पूरा होने की उम्मीद है। ओपीडी के पदों का सृजन कर लिया गया है।

अधिकारियों ने सीएम को बताया कि एम्स की अस्थायी ओपीडी में जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, ईएनटी ऑर्थोपेडिक, गायनकॉलजी, डेंटल और ऑप्थेल्मॉलजी की सुविधाएं मिलेंगी. 600 बेड के स्पेशियलिटी अस्पताल में जनरल सर्जरी (40 बेड), जनरल मेडिसिन (40 बेड), पीडियाट्रिक्स (40 बेड), ऑर्थोपेडिक्स (30 बेड), ऑप्थेलकॉलजी (20 बेड), साइकियाट्री (10 बेड), डर्मेटॉलजी (10 बेड), ईएनटी (20 बेड), ऑब्सटेरिक्स व गाइनी (60 बेड), पीएमआर (15 बेड), न्यूरॉयजी (25 बेड), सर्जिकल ऑन्कॉलजी (30 बेड), एंडोक्रिनोलॉजी (25 बेड), मेडिकल ऑन्कॉलजी (20 बेड), पीडियाट्रिक सर्जरी (20 बेड), न्यूरो सर्जरी (30 बेड), गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (25 बेड), यूरॉलजी (25 बेड), कार्डियॉलजी (30 बेड), सीटीवीएस (30 बेड), नेफ्रॉलजी (25 बेड) और इमरजेंसी (30 बेड) शामिल हैं.

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