यूपी डेस्क/ उत्तर प्रदेश विधान परिषद में समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का शनिवार को आखिरी दिन होगा। अखिलेश यादव ने साल 2000 में कन्नौज से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। 18 साल में पहली बार ऐसा होगा जब वह किसी भी सदन के सदस्य नहीं होंगे। उत्तर प्रदेश की विधान परिषद में 5 मई को पूर्व मुख्यमंत्री का कार्यकाल खत्म हो रहा है अब वह एक आम राजनीतिक कार्यकर्ता रह जाएंगे।
अखिलेश यादव ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि 2019 में वह कन्नौज से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे यानी अगले 1 साल तक अखिलेश किसी भी सदन के सदस्य नहीं रहेंगे। 2019 में वह पत्नी डिंपल की सीट से चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि अखिलेश के अलावा विधान परिषद के 11 अन्य सदस्यों का कार्यकाल शनिवार को खत्म हो रहा है। इनमें अखिलेश यादव के करीबी राजेंद्र चौधरी, सुनील कुमार चित्तौड़, एसपी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश चंद्र उत्तम, मधु गुप्ता, उमर अली खान, चौधरी मुस्ताक, राम सकल गुर्जर, डॉ. विजय प्रताप, डॉ. विजय यादव, डॉ. महेंद्र कुमार सिंह और मोहसिन रजा शामिल हैं।