नई दिल्ली डेस्क/ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने के लिए फर्जी डिग्री जमा करने का आरोप लगने पर गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बैसोया को संगठन की सदस्यता से निलंबित कर दिया।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बैसोया पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए तमिलनाडु के वेल्लोर स्थित तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय का नकली दस्तावेज जमा किया था। इस मामले की जांच चल रही है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय बौद्ध अध्ययन के छात्र हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) प्रवक्ता मोनिका चौधरी ने कहा कि आरएसएस की छात्र शाखा एबीवीपी ने गुरुवार को बैसोया से अपने पद से इस्तीफा देने के लिए कहा और जांच पूरी होने तक उन्हें एबीवीपी की सभी जिम्मेदारियों से निलंबित कर दिया गया है। एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैसोया के खिलाफ जांच जल्द पूरी कराने का आग्रह किया।
एबीवीपी के राज्य सचिव भरत खटाना ने कहा, “ऐसी घटना से डूसू की छवि खराब हो रही है और छात्रों के जनादेश पर सवाल उठा रहा है। इसलिए हम दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से सत्यापन प्रक्रिया जल्द पूरी करने और परिणाम सार्वजनिक करने का अनुरोध करते हैं।”
उन्होंने कहा, “अगर अंकिव दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें इस मामले में अपेक्षित सभी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।” बैसोया का मामला दिल्ली उच्च न्यायालय में लंबित है। न्यायालय ने विश्वविद्यालय से अपनी जांच पूरी कर इसकी रिपोर्ट जमा करने को कहा है। अदालत ने सोमवार को मामले की सुनवाई को 20 नवंबर तक टाल दी है। बैसोया को सितंबर में डूसू का अध्यक्ष चुना गया था। छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी ने चार में से तीन सीटें जीती थी और एक सीट कांग्रेस समर्थित राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) को मिली थी।