श्रीनगर डेस्क/ हिरासत से रिहा होने के दो दिन बाद, पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की कब्र का दौरा किया। इसके बाद वो फारूक अब्दुल्ला द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेंगे।
यह पहली बार था कि उन्होंने एक वर्ष से अधिक समय में अपने पिता की कब्र का दौरा किया, क्योंकि वो अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से हिरासत में थीं। पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के एक सदस्य ने कहा, वह गुरुवार को अपने पिता की कब्र पर प्रार्थना करने के लिए गई थी और श्रीनगर लौट आई।
जनवरी में, महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती को मुफ्ती मोहम्मद सईद की चौथी पुण्यतिथि पर उनके कब्र पर जाने से रोक दिया गया था। इसके बाद इल्तिजा ने सरकार से उनकी सुरक्षा हटा लेने को कहा था।
मंगलवार को रिहा हुईं महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को श्रीनगर में अपने आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की। वह गुरुवार को फारूक अब्दुल्ला द्वारा बुलाई गई एक बैठक में भी शामिल होंगी। बता दें कि तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को पिछले साल 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद उनपर पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) लगा कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया था।
मंगलवार की शाम को रिहा होने के बाद, महबूबा ने कहा कि अनुच्छेद 370 एक काले दिन पर लिया गया काला निर्णय था और जम्मू कश्मीर के लोगों को कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कश्मीर की मुख्यधारा की पार्टियों के बीच एकता पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा, आप (उमर) और फारूक साहब के मेरे घर आना अच्छा लगा। इससे मुझे उनकी बात सुनने का साहस मिला। मुझे यकीन है कि हम सब मिलकर बेहतरी के लिए चीजें बदल सकते हैं। इस बीच, महबूबा मुफ्ती की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस, जो शुक्रवार के लिए निर्धारित की गई थी, अब रद्द कर दी गई है।