पटना डेस्क/ आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा को लेकर चल रहे छात्रों के आंदोलन के बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद ने गुरुवार को घोषणा करते हुए कहा कि छात्रों की मांग पर सहमति बन गई है और अब ग्रुप डी की दो की जगह एक परीक्षा ली जाएगी।
भाजपा के नेता सुशील मोदी ने बताया कि दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से उनकी लंबी बातचीत हुई है। उन्होंने बताया कि छात्रों की दोनों प्रमुख मांगों पर सहमति बन गई है। रेलवे अब ग्रुप डी की दो की जगह एक परीक्षा लेगा और एनटीपीसी के परिणाम एक उम्मीदवार-यूनिक रिजल्ट फॉर्मूला लागू होगा।
उन्होंने कहा कि एनटीपीसी की परीक्षा के साढ़े तीन लाख अतिरिक्त परिणाम वन कैंडिडेट-यूनिक रिजल्ट के आधार पर घोषित किए जाएंगे। सुशील मोदी ने बताया कि रेल मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार छात्रों से सहमत है और उनकी मांग के अनुरूप ही निर्णय जल्द किया जाएगा।
मोदी ने कहा कि जो समिति बनी है, उसकी रिपोर्ट आने के बाद इन दोनों मांगों को क्रियान्वित किया जाएगा। इससे पहले सुशील मोदी ने रेल मंत्री से आग्रह किया कि एनटीपीसी के मामले में वन कैंडिडेट-वन रिजल्ट के सिद्धांत पर फैसला किया जाना चाहिए।
उन्होंने राज्य के पुलिस-प्रशासन से यह भी अपील की कि छात्रों और शिक्षकों पर कोई दमनात्मक कार्रवाई न की जाए। उन्होंने कहा कि समय रहते रेलवे बोर्ड ने छात्रों के भ्रम को दूर किया होता तो बिहार में ऐसी अप्रिय स्थिति नहीं पैदा होती। छात्र कोई अपराधी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि गलतफहमी के कारण छात्र सड़कों पर आ गए।
उन्होंने छात्रों से भी संयम बरतने की अपील की जिससे रेलवे बोर्ड मामले के सभी पहलूओं की जांच पूरी कर परीक्षार्थियों के हित में फैसला कर सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार छात्रों के साथ खड़ी है।
उल्लेखनीय है कि पिछले तीन दिनों से छात्र अपनी मांग को लेकर पटना सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनरत हैं। इस बीच कुछ छात्र संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद का आह्वान भी किया है, जिसका कई राजनीतिक दलों ने समर्थन किया है।