लखनऊ डेस्क/ आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे की सर्विस लेन 50 फीट धंसने के मामले में जांच एजेंसी ने कंस्ट्रक्शन कंपनी को दोषी पाया है। इस मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री ने आदेश दिए थे। जिसकी जांच उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईडा) ने रेल इंडिया टेक्नीकल एंड इकॉनोमिक सर्विस (राइट्स) को जांच सौंपी गयी थी। गौरतलब हो कि बीते 31 जुलाई की रात को आगरा के डौकी क्षेत्र में वाजिदपुर पुलिया पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन 50 फीट धंस गई थी। जिसमे एक कार 50 फीट गड्ढे में जा फंसी।
राइट्स की जांच में सर्विस लेन बनाने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी पीएनसी की लापवाही उजागर हुई है। जांच एजेंसी ने एपीआई रिपोर्ट में कहा है कि खराब सर्विस लेन की मरम्मत भी दोषी कंस्ट्रक्शन कंपनी को ही करानी पड़ेगी। जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने सर्विस लेन में बारिश के पानी की निकासी के लिए मानक से छोटे पाइप लगाए। जिससे पानी के बहाव से सर्विस लेन धंस गयी। यही नहीं कई और तकनीकी खामियों के बारे में भी रिपोर्ट में बताया गया है।
यूपीईडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि जांच एजेंसी की रिपोर्ट में कंस्ट्रक्शन कंपनी को दोषी पाया गया है। जांच एजेंसी की सिफारिश के मुताबिक सर्विस लेन की मरम्मत का काम कंस्ट्रक्शन कंपनी पीएनसी को ही कराना होगा। जांच रिपोर्ट सीएम को भेज दी गयी है। लखनऊ-आगरा हाईवे को 22 महीने के रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया था। इसे बनाने में 13200 करोड़ रुपए की लागत आई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे को जल्दबाजी में तैयार किया गया था।