लखनऊ डेस्क/ बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्षा मायावती ने मगहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रही ‘संत कबीर अकादमी’ का शिलान्यास किए जाने पर तंज कसते हुए कहा कि लोकसभा का चुनाव नजदीक आ चुका है तो मोदी संत कबीर की याद आ रही है। यह वोट बैंक की उनकी स्वार्थी राजनीति नहीं तो और क्या है?
गुरुवार को पीएम मोदी पर तंज कसते हुए मायवती ने कहा कि यह शिलान्यास कार्यक्रम पूर्वांचल की जनता के साथ छलावा और उनकी आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है। बीएसपी सुप्रीमों ने कहा, ‘केवल अकादमी बनाने के लॉलीपॉप से पूर्वांचल के करोड़ों गरीब लोगों का विकास नहीं हो पाएगा और ना ही संत कबीर के जीवन आदर्शों और उपदेशों को चुनावी स्वार्थ में दिखावटी तौर पर अपनाने से समाज का कोई हित व कल्याण होगा।’
मायावती ने कहा कि 24 करोड़ रुपये की संत कबीर अकादमी के मात्र शिलान्यास के प्रचार-प्रसार, इस कार्यक्रम के आयोजन और तैयारी पर इतनी ही राशि खर्च कर दी गई। उन्होंने कहा कि संत कबीर अपनी वाणी और कर्मों से भी अमर हैं। वह लोगों के दिलों में वास करते हैं और बीजेपी को उनके नाम पर सस्ती लोकप्रियता वाली राजनीति करने से बाज आना चाहिए। मायावती ने कहा कि बीजेपी को ऐसी स्वार्थ की राजनीति से बाज आना चाहिए क्योंकि जनता अब इस तरह के दिखावे को समझ चुकी है।
बता दें कि संत कबीरदास की 500वीं पुण्यतिथि के मौके पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मगहर (संत कबीरनगर) पहुंचे थे। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने 24 करोड़ रुपये की लागत से संत कबीर अकादमी, मगहर का शिलान्यास किया। इससे पहले पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने मगहर स्थित संत कबीर के समाधिस्थल का दौरा किया। यहां कबीर की मजार पर पीएम मोदी ने चादर भी चढ़ाई। वहीं, कबीर मठ की ओर से भी पीएम मोदी के स्वागत की खास तैयारियां की गईं। उन्हें खास तुलसी की माला के अलावा झीनी चदरिया, कबीर चरित्र और बीजक उपहार के तौर पर दिया गया। इसके साथ ही मठ की ओर से उन्हें वस्त्र भी पहनाया गया।