नई दिल्ली डेस्क/ पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि महत्वपूर्ण पद संभालने के दो महीने के भीतर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के पद से नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा संदेह से परे, साबित हो गया है कि क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू अस्थिर आदमी हैं, जिनमें सत्तारूढ़ दल का नेतृत्व करने की क्षमता होने का भरोसा नहीं किया जा सकता, खासकर पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य में।
सिद्धू के इस्तीफे को महज नाटक करार देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह कदम बताता है कि उनके पूर्व कैबिनेट सहयोगी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस छोड़ने और किसी अन्य पार्टी के साथ हाथ मिलाने की जमीन तैयार कर रहे हैं। अमरिंदर सिंह ने कहा, मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि यह आदमी अस्थिर और खतरनाक है, और इसे पंजाब को चलाने का काम नहीं सौंपा जा सकता। उन्होंने कहा कि सिद्धू भी उनकी सरकार में मंत्री के रूप में पूरी तरह अक्षम साबित हुए थे।
मंगलवार को निजी यात्रा पर दिल्ली पहुंचे अमरिंदर सिंह ने हवाईअड्डे पर मीडियाकर्मियों से कहा, पंजाब एक संवेदनशील राज्य है, जिसकी सीमा पाकिस्तान के साथ 600 किमी से अधिक है, और सिद्धू के अपने क्रिकेटर मित्र इमरान खान और आईएसआई प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, इसलिए सिद्धू भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा हैं।
उन्होंने कहा कि पीपीसीसी प्रमुख का पद संभालने के दो महीने के भीतर इस्तीफा देकर सिद्धू ने एक बार फिर अपने शिफ्टी चरित्र का प्रदर्शन किया है। यह याद करते हुए कि कैसे क्रिकेटर ने 1996 में इंग्लैंड में भारतीय टीम को छोड़ दिया था, अमरिंदर सिंह ने कहा, मैं इस लड़के को बचपन से जानता हूं और वह अकेला रहा है और अब कभी भी किसी टीम का खिलाड़ी नहीं हो सकता। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, यही उनका असली चरित्र है। सिद्धू को तेजतर्रार वक्ता बताते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह जनसभाओं या रैलियों में अच्छा बोलते हैं, वह लोगों को हंसा सकते हैं, लेकिन यह सब झाग है, जिसमें कोई सार नहीं है।