लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर ‘तुष्टिकरण की राजनीति’ करने का आरोप लगाया है। वहीं, समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे नेताओं पर टिप्पणी करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाया है, “गुंडे, अपराधी, माफिया , दंगाई समाजवादी पार्टी की शऱण में जा रहे हैं। “
उधर, समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ‘अपमान’ करने वाली राजनीति करती है। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में ऐसे बयानों और नेताओं के एक से दूसरे दलों में जाने के क्रम ने सर्द मौसम के बीच सियासी पारे को ऊपर पहुंचा दिया है।
बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयानों को एक साथ पोस्ट किया है। हैशटैग ‘फर्क साफ है’ के साथ ट्वीट किए गए वीडियो को लेकर बीजेपी ने लिखा है, “जो तुष्टीकरण और वोटबैंक की राजनीति करते हैं वो बस 20% की बात कर रहे हैं। “
बीजेपी ने जो वीडियो पोस्ट किया है, उसमें अखिलेश यादव कहते दिख रहे हैं, “समाजवादी पार्टी ने और जब भी समाजवादी सरकार बनी है, मुसलमान भाइयों के लिए जितना काम कर सकती थी, उतना काम किया है। आने वाले समय में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। कोई अन्याय नहीं होगा। ” इस वीडियो का हेडिंग दिया गया है, “ये 80 VS 20 की ही लड़ाई है। “
वीडियो के अगले हिस्से में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान है। वो कह रहे हैं, “मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं जो ग़लतफहमी के शिकार हैं और अंकगणतीय आंकड़ों को प्रदेश में थोपने का प्रयास कर रहे हैं, मुझे लगता है किसी ग़लतफ़हमी के शिकार होंगे, ये चुनाव 80 बनाम 20 का होगा। 80 फ़ीसदी समर्थन एक तरफ़ होगा, 20 फ़ीसदी दूसरी तरफ होगा। “
कई राजनीतिक विश्लेषक और राजनेता इस बयान में ’20 प्रतिशत’ को मुसलमानों से जोड़कर देख रहे हैं। उत्तर प्रदेश में मुसलमान वोटरों की संख्या 19 प्रतिशत के करीब बताई जाती है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा, “ये बयान सीधे मुसलमानों के ख़िलाफ़ है। ” उन्होंने कहा, “जिस तरह का बयान योगी जी दे रहे हैं, उससे ये स्पष्ट हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में हार रही है। धर्म की आड़ में आप जितना भी छिप लेंगे, इस बार हारेंगे। “