सीतापुर डेस्क/ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज प्रदेश में बिना भेदभाव, बगैर जाति, मत, मजहब अथवा चेहरा देखे, समाज के सभी वर्गों का विकास किया जा रहा है। एक समय था कि जब गरीबों का राशन सैफई चला जाता था। हाथी का पेट इतना बड़ा था कि गरीबों के लिए रखा सारा अनाज उसमें समा जाता था। लेकिन आज तो रामपुर हो या सीतापुर हर जगह विकास का उजियारा है। हर गरीब का अपना घर है, हर घर शौचालय है। यही नहीं, आज तो सीतापुर जेल में भी बिजली आती है।
मुख्यमंत्री योगी बुधवार को सीतापुर में 484.41 करोड़ की लागत वालीं 167 परियोजनाओं लोकार्पण-शिलान्यास कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को घर की प्रतीकात्मक चाभी सौंपी तो मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, कन्या सुमंगला योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और आयुष्मान योजना के तहत पात्र लोगों को योजना का लाभ भी दिया।
जनसमूह के सामने साढ़े चार साल का लेखा-जोखा पेश करते हुए उन्होंने लोगों से भाजपा पर विश्वास बनाने के लिए आभार जताया तो विश्वास दिलाया कि सरकार एक-एक नागरिक के सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन को सुनिश्चित करेगी। नैमिष धाम को प्रणाम अर्पित करते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार की योजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ पाने वाले जिलों में सीतापुर पहले नंबर पर है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में सीतापुर की उपेक्षा पर दु:ख जताते हुए सीएम ने कहा कि राजधानी लखनऊ के इतना निकट होने के बाद भी विकास की रोशनी यहां नहीं आई। जनपद की बाढ़ की समस्या का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब बाढ़ या बीमारी का प्रकोप आता था तो सरकारें कान में तेल डाल कर रजाई ओढ़ कर सो जाया करती थीं। हमने 2017 में यहां वादा किया था और आज बाढ़ की समस्या का निदान हो रहा है।