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पीएम मोदी ने केएमपी एक्सप्रेस वे राष्ट्र को समर्पित किया, बल्लभगढ़ मुजेसर मेट्रो लाइन की शुरूआत की

पीएम मोदी ने केएमपी एक्सप्रेस वे राष्ट्र को समर्पित किया, बल्लभगढ़ मुजेसर मेट्रो लाइन की शुरूआत की

गुरुग्राम डेस्क/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कुण्डली- मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे राष्ट्र को समर्पित किया तथा बल्लभगढ़ मुजेसर मेट्रो लाइन की शुरूआत करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में जिस तरह काम हुआ, वह एक केस स्टडी है कि कैसे जनता के पैसे को बर्बाद किया जाता है।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर अपने संबोधन में कहा कि जब यह प्रोजेक्ट (एक्सप्रेस वे) शुरू हुआ था, तो अनुमान लगाया गया था कि इस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे लेकिन वर्षों के विलंब के कारण इसकी लागत बढ़कर 3 गुना से ज्यादा हो गई । अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ लोग वही हैं, काम करने वाले वही हैं, लेकिन जब इच्छाशक्ति हो, संकल्पशक्ति हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। ’’

उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में बढ़ता सम्पर्क अपने साथ, रोजगार के नए अवसर भी लेकर आता है। हाईवे निर्माण, मेट्रो या रेल का बनना, जल मार्ग का विकसित होना, एक पूरी पारिस्थितिकी बनाता है। इस का फायदा परिवहन, निर्माण से लेकर विनिर्माण और सर्विस सेक्टर तक को होता है । प्रधानमंत्री ने कहा कि यही वजह है कि जहां साल 2014 से पहले देश में एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे बनते थे, वहीं आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे का प्रतिदिन निर्माण हो रहा है ।

कारोबार सुगम माहौल का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार देश में कारोबारियों को ताकत देना चाहती है, युवाओं को गति देना चाहती है। युवाओं को नवोन्मेष से उद्योग की दिशा में आगे बढ़ाया जा रहा है। उनके विचारों को आगे बढ़ाने में पूंजी की कमी न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है। स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया योजनाएं इसी सोच के साथ चल रही हैं ।

मोदी ने कहा कि अभी कुण्डली- मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित करने का मौका मिला है। इसका पहला चरण 2 वर्ष पहले पूरा हो गया था। दूसरा चरण, कुण्डली से मानेसर तक, 83 किलोमीटर लंबा है। इस चरण का आज लोकार्पण किया गया है। इसके साथ ही 135 किलोमीटर का एक्सप्रेस वे पूरा हो गया है । उन्होंने कहा कि करीब 500 करोड़ रूपये की लागत से बनी बल्लभगढ़ मुजेसर मेट्रो लाइन की शुरुआत भी हो गई है। ये दोनों योजनाएं जहां कनेक्टिविटी को लेकर इस क्षेत्र में नई क्रांति लाएंगी वहीं श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के जरिए यहां के युवाओं को नई ताकत मिलेगी।

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