नई दिल्ली डेस्क/ सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत (61) देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) होंगे। केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 15 अगस्त को इस पद का ऐलान किया था। सीडीएस के लिए जनरल रावत का नाम सबसे आगे चल रहा था। सीडीएस के लिए अधिकतम आयु सीमा 65 साल है। हालांकि, कार्यकाल कितने वर्ष का होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं किया गया है।
थलसेना में केएम करियप्पा और सैम मानेकशॉ को फील्ड मार्शल की रैंक दी गई थी। कहा जाता है कि 1971 के युद्ध के बाद तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी मानेकशॉ को फील्ड मार्शल की रैंक देकर सीडीएस बनाना चाहती थी। तब वायुसेना-नौसेना प्रमुखों के मतभेद उभरे थे। उनका तर्क था कि इससे वायुसेना और नौसेना का कद घट जाएगा। हालांकि, मानेकशॉ को फील्ड मार्शल रैंक देने पर सहमति बनी।
जहाँ तक सीडीएस के अधिकार का सवाल है सीडीएस को साइबर, स्पेस व स्पेशल ऑपरेशन की ट्राई सर्विसेज की कमान भी मिलेगी। भविष्य में तीनों सेनाओं की साझा कमान दी जाएगी। हालांकि, परमाणु कमान स्ट्रेटेजिक फोर्स कमांड के पास रहेगी, जो पीएमओ के अधीन है। सीडीएस को तीनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास और ट्रेनिंग का जिम्मा भी सौंपा जाएगा। रक्षा खरीद का जिम्मा भी सीडीएस को मिल सकता है। आपेरशनल मामलों में सेना प्रमुखों की ही भूमिका रहेगी।