लखनऊ डेस्क/ देवरिया कांड की एक जांच रिपोर्ट मंगलवार को आने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे घटनाक्रम की जांच सीबीआई को सौंपने की घोषणा की। योगी ने कहा कि देवरिया में नारी संरक्षण गृह वर्ष 2009 से संचालित था। संस्था के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं, लेकिन तत्कालीन सरकारों ने कोई कार्रवाई नहीं की।
एनेक्सी में मंगलवार को देर शाम बुलाई गई प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक हुई जांच में जितने भी अधिकारी जिम्मेदार पाए गए हैं, सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में लापरवाह अधिकारियों को निलंबित एवं बर्खास्त किया जाएगा। इसकी जांच के लिए एडीजे के नेतृत्व में एसआईटी का भी गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवरिया के नारी संरक्षण गृह में बालिकाओं के शोषण की सीबीआई से पहले तथ्यों से कोई छेड़छाड़ न हो, इसके लिए एडीजी क्राइम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है। इस मामले में एसटीएफ भी उसकी मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने नारी संरक्षण गृह में अनियमितता के लिए बसपा-सपा की पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराया।