नई दिल्ली डेस्क/ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए नयी मुसीबत पैदा करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुड़गांव के मानेसर में जमीन के अधिग्रहण में कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उनके और अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया । इस प्रकरण में किसानों को 1500 करोड़ रूपए का चूना लगाया गया था। ईडी ने सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर कांग्रेस नेता के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज की है। पिछले हफ्ते सीबीआई ने हरियाणा और राष्ट्रीय राजधानी में तलाशी ली थी।
अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय का मामला धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बनाया गया है तथा एजेंसी ने इस मामले में किए गए भ्रष्टाचार के फलस्वरूप कथित रूप से अवैध तौर हुई आपराधिक कमाई की पहचान करनी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, ‘‘शीघ्र ही आरोपियों को सम्मन भेजा जाएगा। जांच के तहत एजेंसी दागी कोष से अर्जित परिसपंत्ति की भी जांच कर रही है ताकि पीएमएलए के तहत उनकी कुर्की की जा सके। ’’
यह मामला पिछले साल सितंबर में इस संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज किये गए एक मामले से संबंधित है। सीबीआई ने इस आरोप पर मामला दर्ज किया था कि 27 अगस्त, 2004 से 27 अगस्त 2007 के बीच निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात जनसेवकों के साथ मिलीभगत कर गुड़गांव जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भूस्वामियों को सरकार द्वारा अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीद ली थी।