लखनऊ डेस्क/ राम मंदिर निर्माण को लेकर नाराज महंत सुरेश दास समेत कई साधु-संतों ने आज सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की। संतों से 25 मिनट की मुलाकात में मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि धर्म संसद में इस मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा होगी। मुलाकात के दौरान सीएम योगी ने संतों को राम मंदिर निर्माण के लिए आश्वस्त किया।
सीएम से मुलाकात करने पहुंचे संतों में महंत कमलदास, महंत सुरेश दास, महंत राजकुमार दास, बाबा शिवशंकर दास, बाबा नारायणी दास, सतेन्द्र दास, महेन्द्र दास , परमहंस दास (तपस्वीजी की छावनी), भरत दास और महंत रामदास समेत कई महंत मौजूद रहे।
गौरतलब हो कि राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने मंगलवार को कहा था कि अगर भाजपा 2019 का चुनाव जीतना चाहती है, तो उसे मंदिर का निर्माण शुरू कर देना चाहिए। दास ने यह भी कहा था कि अगर भाजपा ऐसा नहीं करती है तो उसे मुश्किल होगी। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा ने राम के साथ एक तरह से धोखाधड़ी की, वो सत्ता में राम के नाम से आई और फिर भूल गई। दास ने ये बातें केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान पर कहीं, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा के एजेंडा में हिंदुत्व और मंदिर के लिए जगह नहीं होगी।
विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि अयोध्या के 25 प्रमुख संत-महंतों की मुलाकात हुई है। इसमें सरयू महोत्सव का खर्च सरकार ने उठाने का फैसला किया है। सीएम ने इसके लिए 10 लाख रुपए का आवंटन तत्काल प्रभाव से जारी किया है। राम की पौड़ी अब अविरल जलधारा के रूप में बहेगा। घाघरा नदी को अब सरयू नदी के नाम से जाना जाएगा। पंचकोसी, 14 कोसी और 84 कोसी के बीच में पड़ने वाले मार्गों पर प्लांटेशन किया जाएगा।