लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यमुना एक्सप्रेसवे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को एक नई योजना बनाकर इसे लागू करने के निर्देश दिए हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर सोमवार को हुए बस हादसे में 30 लोगों की जान चली गई थी।
इस मामले पर गठित तीन सदस्यीय समिति ने कहा है कि हादसा इसलिए हुआ, क्योंकि बस की गति काफी तेज थी, जिस दौरान चालक ने नींद में झपकी भी ली थी। रिपोर्ट मिलने के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री ने राज्य के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और प्रमुख सचिव, परिवहन, आराधना शुक्ला को मंगलवार देर रात बैठक के लिए बुलाया। इस दौरान उन्होंने एक्सप्रेसवे के लिए एक नई सुरक्षा योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
योगी ने कहा कि परिवहन विभाग में सभी रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाना चाहिए। इसी के साथ अधिकारियों को दोनों एक्सप्रेसवे पर ‘ब्लैक स्पॉट’ और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान करने के साथ टोल टैक्स स्लिप पर सभी हेल्पलाइन नंबरों को अंकित कराने को कहा है।
उन्होंने कहा कि सभी ड्राइवरों की लंबी दूरी के मार्गों पर जाने से पहले और बाद में चिकित्सा जांच कराई जाएगी। इसके अलावा उन्होंने निर्देश दिए कि सभी लंबे मार्गों पर बस में दो ड्राइवर होंगे।