लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले कामगारों और श्रमिकों के लिए 20 लाख रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से बृहद कार्ययोजना बनाएं। शनिवार को लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि कैबिनेट ने श्रम कानून में संशोधन करने का फैसला किया है, जल्द ही आदेश भी जारी कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आ रहे करीब 20 लाख श्रमिक और कामगार को विभिन्न इकोनॉमिक सेक्टर्स में रोजगार देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। अवस्थी ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों में वेतन देने की कार्यवाही करते हुए 56,696 इकाइयों में 641 करोड़ रुपये वितरण किए गए हैं। अब तक 31 लाख 23 हजार कामगारों को 312 करोड़ की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा राजस्व प्राप्त करने की संभावनाओं को और मजबूत करने के लिए चर्चा कि गई है। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि श्रमिकों को सुरक्षित लाया जाए और कोई किसी भी हाल में पैदल ना निकलें।
अपर मुख्य सचिव (गृह) ने बताया कि कुल मिलाकर 114 ट्रेनों में लगभग 1 लाख 20 हजार से अधिक लोग उत्तर प्रदेश पहुंचने वाले हैं। इसके अतिरिक्त 98 ट्रेनों की अनुमति अगले 2 दिनों के लिए जारी कर दी गई है, यानी एक दिन में 40 से अधिक ट्रेनों को चलाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 2 दिनों में हरियाणा से लगभग 5 हजार से अधिक लोग और राजस्थान से लगभग 10 हजार से अधिक लोगों को लाया गया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि तृतीय चरण के पहले तक हम 1 लाख 66 हजार से अधिक लोगों को प्रदेश ला चुके हैं।
अपर मुख्य सचिव (गृह) ने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक 11 ट्रेनें लखनऊ और गोरखपुर में आई हैं, जो एक रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के उतरते ही क्वारंटाइन सेंटर में सभी का मेडिकल चेकअप किया जाता है और इसके बाद उन्हें अपने-अपने जनपद तक छोड़ दिया जाता है। उन्होंने बताया कि आयुष कवच मोबाइल एप को लोग काफी संख्या में डाउनलोड कर रहे हैं।