नई दिल्ली डेस्क/ दक्षिणी दिल्ली के समीप मालवीय नगर इलाके के सघन आबादी वाले क्षेत्र में मंगलवार शाम एक रबड़ फैक्ट्री में लगी आग पर भारतीय वायुसेना के एक एमआई17वी5 हेलीकॉप्टरने बुधवार को पानी का छिड़काव किया, जिसके बाद आग पर काबू पा लिया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मंगलवार रात तेज हवा चलने से रबड़ फैक्ट्री में आग और भड़क गई। आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर से सैकड़ों लीटर पानी का छिड़काव किया गया।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने कहा कि आग की लपटें पूरी तरह सामग्री जल जाने के बाद समाप्त होंगी, जिसमें करीब तीन घंटे और लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में अबतक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मालवीय नगर के खिड़की एक्सटेंशन में मंगलवार शाम लगी आग को बुझाने के लिए 65 अग्निशामक गाड़ियों को काम पर लगाया गया था। इसके अलावा पांच अग्निशामक गाड़ियों ने फॉम का छिड़काव किया।
एक दमकल कर्मी ने बताया कि यहां संत निरंकारी विद्यालय के पास आग लगने के बारे में शाम पांच बजे के आसपास फोन किया गया था।यह वेयरहॉउस मैक्सवेल प्राइवेट लिमिटेड का है, जो कि वाहनों के टायर की मरम्मत के लिए रबड़ का कच्चा माल उपलब्ध कराती है। पुलिस उपायुक्त(दक्षिण) रोमिल बानिया ने कहा कि यह जानकारी मिली है कि वेयरहॉउस के पास एक ट्रक पर जब रबर शीट्स लादे जा रहे थे, तभी वाहन में अचानक आग लग गई। आग तेजी से वेयरहॉउस के आस-पास की इमारतों में फैल गई, जहां पहले से रबर शीट्स रखे हुए थे।
रबर का कच्चा माल ज्वलनशील धातु और प्लास्टिक बॉक्स में रखा गया था, जिससे आग और तेजी से फैल गई। अधिकारी ने कहा, शाम के वक्त आग पर आंशिक रूप से काबू पाया जा सका था। लेकिन रात में तेज हवा चलने की वजह से आग तेजी से फैल गई और मालवीय नगर में काला धुंआ छा गया। दमकल विभाग के अनुसार, वेयरहॉउस के आस-पास रह रहे लोगों को सुरक्षा कारणों से वहां से बाहर निकाल लिया गया है। कुल 13 इमारतों, एक विद्यालय और एक जिम से लोगों को बाहर निकाला गया है।
बानिया ने कहा, आस-पास के इलाके को सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से खाली कराया गया है।मैक्स, साकेत, रैनबो चाइल्ड स्पेशिएलिटी अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और एम्स को किसी भी घायल के इलाज के लिए अलर्ट कर दिया गया है। मेडिकल प्रतिष्ठानों में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की व्यवस्था की गई है।