वाशिंगटन डेस्क/ रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने सोमवार को कहा कि वह चाहते हैं कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या कम की जाए भले ही शांति समझौता हो पाए या नहीं। उन्होंने कहा कि वह चीन के साथ रणनीतिक प्रतिस्पर्धा को भी उच्च प्राथमिकता देना चाहते हैं।
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक अमेरिका और तालिबान के बीच हफ्तेभर पहले शांति वार्ता बहाल होने के बाद अब ऐसी उम्मीद है कि ट्रंप प्रशासन अफगानिस्तान से करीब 4,000 सैनिकों को वापस बुलाने की योजना की घोषणा कर सकता है।
एस्पर ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि नाटो मिशन और अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों के प्रमुख ऑस्टिन मिलर को भरोसा है कि वहां सैनिकों की संख्या कम की जा सकती है। एस्पर ने कहा कि मिलर का मानना है कि वह सभी महत्वपूर्ण आतंक निरोधी मिशन कर सकते हैं, अफगान सेना को प्रशिक्षण, मश्विरा और सहायता देने का काम भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं संख्या कम करना चाहता हूं क्योंकि मुझे लगता है कि उन सैनिकों को वापस घर बुला लिया जाए ताकि नए मिशन के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके या फिर उन्हें हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तैनात किया जाए ताकि चीन के साथ प्रतिस्पर्धा की चुनौती का सामना किया जा सके।’’
एस्पर ने कहा कि अफगानिस्तान समस्या का समाधान सरकार और तालिबान के बीच राजनीतिक समझौता ही है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन राजनीतिक समझौते हो चाहे न हो, हम उसके बिना भी यह कर सकते हैं।’’ अफगानिस्तान में वर्तमान में 13,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं।