काबुल डेस्क/ अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी ने भारत के नवनियुक्त राजदूत विनय कुमार को आश्वासन दिया कि अफगान सुरक्षा बल अपहृत सात भारतीय इंजीनियरों की सुरक्षा और सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने में कोई कोर – कसर नहीं छोड़ेंगे। हथियारबंद तलिबान लड़ाकों ने उत्तरी बगलान प्रांत से सात भारतीय इंजीनियरों का रविवार को अपहरण कर लिया था।
भारतीय राजदूत के साथ मुलाकात के दौरान रब्बानी ने भारतीय इंजीनियरों के अपहरण पर दुख जताते हुए कहा कि उनकी सुरक्षा और सुरक्षित रिहाई के लिए अफगान बल कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेंगे। उन्होंने कहा कि समुदाय के वरिष्ठ सदस्यों की मदद से भारतीयों की सुरक्षित रिहाई के प्रयास शुरू कर दिये गये हैं।
आरपीजी समूह के केईसी इंटरनेशनल में कार्यरत सात भारतीय इंजीनियरों के अपहरण को लेकर रब्बानी ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी फोन पर बातचीत की। सुषमा ने इंजीनियरों के अपहरण पर भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया और उनका पता लगाने तथा उन्हें मुक्त कराने में मदद का अनुरोध किया।
सातों भारतीय इंजीनियर एक बिजली सब – स्टेशन के निर्माण कार्य से जुड़े हुए थे। सातों रविवार को परियोजना का निरीक्षण करने जा रहे थे , उसी दौरान चश्म-ए-शेर इलाके से तालिबान ने उनका अपहरण कर लिया। पहचान गुप्त रखने का अनुरोध करने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने पुल-ए-खुमरी-मजार-ए-शरीफ राजमार्ग पर हथियारबंद लोगों को एक सफेद कार को रोकते हुए देखा।
प्रत्यक्षदर्शी को यह जानकारी नहीं थी कि कार में कितने लोग थे। हालांकि उसने बताया कि तालिबान भारतीय नागरिकों को अपनी मिनी बस में लेकर अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में चले गये।