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जहरीले कोबरा से डंसवाकर बीवी की जान लेने वाला दोषी करार, हो सकती है उम्रकैद

जहरीले कोबरा से डंसवाकर बीवी की जान लेने वाला दोषी करार, हो सकती है उम्रकैद

कोल्लम डेस्क/ केरल के कोल्लम जिले में एक युवक ने अपनी पत्नी की जान लेने के लिए बेहद खौफनाक साजिश रची। उसने बीवी को जहरीले सांप कोबरा से डंसवाकर मार डालने का प्लान बनाया और उसकी जान ले ली। युवक ने इसे महज एक हादसा करार देने की भरपूर कोशिश की, लेकिन उसकी खतरनाक साजिश बेनकाब होने में देर नहीं लगी। पुलिस और फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से उसकी साजिश की परतें खुलती चली गईं और कोर्ट ने उसे दोषी ठहराया है। उसे उम्रकैद तक की सजा हो सकती है।

कोल्लम की कोर्ट ने सोमवार को हत्यारोपी को बीवी की हत्या का दोषी ठहराया। केरल पुलिस प्रमुख ने इसे एक ऐसा दुर्लभ मामला बताया। इस केस में आरोपी को परिस्थतिजन्य साक्ष्य के आधार पर बेनकाब किया गया। कोल्लम की सेशन कोर्ट ने सूरज को मई 2021 में अपनी 23 साल की पत्नी उथरा को नींद में एक कोबरा से डंसवाकर उसकी हत्या कर दी थी। कोर्ट बुधवार को उसकी सजा का ऐलान करेगी।

उथरा के परिजनों को शक तब हुआ, जब पत्नी की मौत के कुछ दिनों बाद ही सूरज ने उसकी संपत्ति अपने नाम करने का प्रयास किया। पुलिस का कहना है कि सूरज अपनी बीवी के गहने, नकदी और बाकी की संपत्ति हासिल करने के बाद किसी और से शादी करने की फिराक में था। उसने इससे पहले फरवरी 2020 में भी इसी तरह जहरीले नाग के जरिये पत्नी की जान लेने की कोशिश की थी, लेकिन तब वो नाकाम रहा था।

उसने यह सांप अपने दोस्त सुरेश की मदद से हासिल किया था। तब खतरनाक सांप वाइपर के काटने के बाद उथरा एक महीने तक अस्पताल में भर्ती रही थी। लेकिन इस बार कोबरा के खतरनाक विष ने शिकार बना लिया। इस केस का उल्लेख सुप्रीम कोर्ट ने भी किया था। राजस्थान के ऐसे ही केस को लेकर कोर्ट ने कहा था कि आजकल सांप पकड़ने वालों की मदद लेकर किसी अन्य की जान लेने का चलन सामने आ रहा है।

केरल के पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने कहा कि यह बेहद चौंकाने वाला केस था, जिसकी गुत्थियों को सुलझाने के लिए पुलिस को भी काफी मेहनत करनी पड़ी। कोल्लम पुलिस टीम की तारीफ करते हुए कांत ने कहा कि यह केस एक सटीक उदाहरण है कि कैसे वैज्ञानिक और पेशेवर तरीके से हत्या के मामले की जांच की जाए तो आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सकता है। पुलिस टीम ने मामले को सुलझाने के लिए फोरेंसिक मेडिसिन, फाइबर डाटा, जानवर के डीएनए और अन्य साक्ष्यों का विश्लेषण करने में बहुत मेहनत की।

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