अहमदाबाद डेस्क/ गुजरात के अहमदाबाद में इस्कॉन पुल पर भीड़ के तेज रफ्तार जगुआर कार से कुचलने की घटना में नौ लोगों की मौत हो गई। जबकि, 13 लोग घायल हैं। कार को एक कॉलेज का छात्र चला रहा था।छात्र की पहचान ताथ्या प्रग्नेश पटेल के रूप में हुई है, जो एक अमीर बिल्डर का बेटा है और अपने कॉलेज के दूसरे वर्ष का छात्र है।
ताथ्या पटेल अपने दोस्तों के साथ गाड़ी चला रहा था। इसी दौरान उसने तेज रफ्तार एसयूवी (जीजे 01 डब्ल्यूके 93) पर नियंत्रण खो दिया, जिससे हादसा हुआ। उसके पिता प्रग्नेश पटेल का आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें 2020 में राजकोट में एक बलात्कार मामले में आरोपी होना भी शामिल है।
पटेल अहमदाबाद के गोटा इलाके में गोकुल फार्म हाउस के सामने हरे शांति नामक एक भव्य बंगले में रहते हैं। उनका घर एसजी हाईवे से लगभग 700 मीटर और दुर्घटनास्थल से आठ किलोमीटर दूर स्थित है।
अपने बेटे द्वारा किसी भी गलत काम से इनकार करते हुए, प्रग्नेश पटेल ने कहा, ताथ्या और उसके दोस्त कॉफी पीने के लिए रात करीब 11 बजे घर से निकले थे। कार मेरे साथी के नाम पर पंजीकृत है। कार में ताथ्या के साथ दो महिला और दो पुरुष मित्र थे। पान मसाला, ड्रग्स या शराब – मेरे बेटे ने अपने जीवन में कभी कुछ नहीं किया।
उन्होंने कहा कि उन्हें और उनकी पत्नी को एक फोन आया, जिसमें उन्हें ताथ्या की संलिप्तता के बारे में बताया गया। उन्होंने दावा किया कि वह दुर्घटनास्थल पर पहुंचे, जहां लोग ताथ्या पर हमला कर रहे थे। प्रग्नेश पटेल ने कहा कि वह अपने बेटे को एक निजी अस्पताल ले गए और सैटेलाइट पुलिस को घटना के बारे में सूचित किया।
उन्होंने यह भी बताया कि ताथ्या के दोस्तों के अनुसार, जब कार भीड़ से टकराई तो उसकी गति 100 किमी/घंटा से अधिक नहीं थी। सूत्रों ने कहा कि हादसे के बाद प्रग्नेश पटेल घटनास्थल पर पहुंचे और कथित तौर पर पुलिस पर प्रभाव डालकर अपने बेटे को वहां से भगा दिया।
गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा है कि इस तरह का डराने वाला व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब प्रग्नेश पटेल के बंदूक दिखाने और भीड़ को धमकाने के आरोपों के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने दावों से इनकार किया। बता दें कि प्रग्नेश पटेल उर्फ प्रग्नेश गोटा सहित पांच लोगों पर राजकोट की एक लड़की से सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया गया था। प्रग्नेश पटेल जमीन हड़पने के मामले में भी जेल जा चुके हैं।