TIL Desk #Prayagraj/ मारपीट, गाली गलौज, शोर-शराबे के बीच भीषण जाम में जूझते लोगो व सिविल लाइन्स थाने की पुलिस को धमकाते धक्कियाते तस्वीरों में दिख रहे व्यक्ति जनपद के पूर्व IG केपी सिंह हैं। पिछले साल केपी सिंह पुलिस महकमे से रिटायर होने के बाद विश्व हिन्दु परिषद से जुड़े गये। अब हरियाणा में हुई हिंसा पर सियासत चमकाने का मौका मिला तो कानून का पाठ पढ़ाने वाले पूर्व अधिकारी भी कानून को हाथ में लेने से पीछे नहीं हटे।
हरियाणा हिंसा के खिलाफ बुधवार को प्रयागराज के सिविल लाइन्स सुभाष चौराहे पर शहर के छटे हुए गुंडे, लफंगे और उत्पतियों के साथ पहुँचे केपी सिंह ने शहर के सबसे वीवीआईपी चौराहे को घंटो जाम कर युद्ध के मैदान में तब्दील कर दिया। वहां से गुजर रही गाड़ियों के ड्राइवर पर भी पुलिसिया रौब दिखाते हुए अभद्रता की। उनके साथ के लोगो ने स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में लोगो के साथ मारपीट की। यह सब कुछ घंटो पुलिस के नाक के नीचे होता रहा।
शहर में अन्य राजनितिक दलो के प्रदर्शन पर अंकुश लगाने वाली योगी सरकार और यूपी पुलिस केपी सिंह के इस उत्पात पर अबतक क्या कार्यवाही की है। सड़क जाम करना, सरकारी काम में बाधा, लोगो के साथ मारपीट करना, शहर का माहौल खराब करने वालो पर कौन सी धारा में मुकदमा लिखा गया।