TIL Desk लखनऊ: उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन के सैकड़ों आशा व संगनी कार्यकत्री चारबाग रेलवे स्टेशन से विधानसभा की ओर कूच को तैयार | कई जिलों से सैकड़ों संख्या में आज आशा वर्कर पहुंची चारबाग रेलवे स्टेशन, मानदेय बढ़ाने को लेकर और जो घोटाले हुए है उनकी जांच कराई जाए ऐसी मांगी को लेकर के रही है प्रदर्शन | भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद, आशा वर्कर का कहना है 24 घंटे काम कराया जाता है लेकिन वक्त से सैलरी नहीं दी जाती है, 2000 रुपए में घर नहीं चलता |
आशा वर्करों की मुख्य मांग, आशा संगनी को प्रोत्साहन राशि के बजाए उसे मानदेय के रूप में संबोधित किया जाए , गोल्डन आयुष्मान कार्ड व दस्तक, वेलनेस सेंटर में योगदान, टीवी कुष्ठ रोग निरोधन अभियान पोलियो के विरुद्ध अभियान हेल्थ प्रमोशन आदि सम सामायिक कार्य में योगदान की वर्षों से बकाया अनुतोष राशियों का भुगतान | जुलाई 2019 से राज्यसरकार द्वारा अनुसूचित प्रतिपूर्ति राशि का आंशिक भुगतान, कोविड का भत्ता नहीं भुगतान किया गया राज्य वृत से अनुमन्य 1500 मासिक की प्रतिपूर्ति राशियों का भी भुगतान नहीं किया गया 1 वर्ष से ऐसी कई अहम मागों को लेकर आज आशा वर्कर के रही है विरोध प्रदर्शन |
चारबाग रेलवे स्टेशन से विधानसभा की तरफ निकली आशा वर्कर अपनी मांगों को लेकर के रही है पैदल मार्च पुलिस ने कुछ दूर पर बैरिकेट कर अभी को रोका पुलिस द्वारा काफी समझाने व आश्वासन के बाद आशा वर्कर ने खत्म किया अपना विरोध प्रदर्शन व पैदल मार्च |